अच्छे स्वास्थ्य के लिए टहलिए | Walk

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टहलना Walk सरल और लाभप्रद व्यायाम
टहलना एक बेहद आसान व्यायाम है, जिससे मन उकताता नहीं है। शर्त केवल यह है कि आप अपने टहलने का स्थान समय-समय पर बदलते रहें। टहलने से शरीर की सफाई होती है तथा प्रत्येक अवयव अपना कार्य अधिक तत्परता और सूचारू रूप से करने लगता है। टहलने से भोजन भली प्रकार पचता है तथा सारे शरीर-तंत्र की कार्य-प्रणाली ठीक समय पर अपना कार्य करती है। टहलने से फेफड़े और हृदय की सफाई होकर कार्यक्षमता में वृद्धि होती है। अंतस्त्रावी ग्रंथियां शरीर में लाल रक्त कणों का निर्माण ज्यादा करती हैं, जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।

टहलने Walk का महत्व
टहलना एक बहुत ही सरल और लाभप्रद व्यायाम है। प्रायः लोग टहलने के महत्व को नहीं समझते और जो इसका महत्व समझते है, उन्हें टहलने का उपयुक्त समय ज्ञात नहीं होता। दरअसल आज के आपाधापी और भौतिकतावादी युग में, जब चारों ओर अनेक प्रकार के वाहनों का चलन है, लोगों का टहलना कम होता जा रहा हैं। लोग बैठने के आदी होते जा रहे हैं।
स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में की गई एक ताजा खोज के अनुसार, प्रसन्न मन से होकर चलने का एक घण्टा आपके जीवन के कई घण्टे बढ़ा देता है। यह भी साबित हो चुका है कि चलना सेहत के लिए बेहतर व्यायाम है। हां , यह अवश्य ध्यान रखें कि आप जब भी चलें, छोटे, चुस्त और तेज कदमों से चलें। यदि आप धीरे-धीरे और अलसाये हुए-से चलेंगे तो आपका टहलना कतई फायदेमंद नहीं रहेगा।
टहलना महज शारीरिक व्यायाम ही नहीं है, बल्कि यह मन में प्रसन्नता का संचार करने का काम भी करता है। यदि आप क्रोध में हैं, तो थोडा टहलिये। थोड़ी देर में ही आप महसूस करने लगेंगे कि आपका आवेश कम हुआ है। गुस्से में आप तेज टहलेंगे। तेज ही सही। टहलिये। थोड़े समय बाद जब आप विवेक से सोचने लगेंगे, तो आपको लगेगा कि क्रोध कम हुआ है। गुस्सा वैसे भी सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
हर परिस्थिति में टहलने Walk की आदत बनाइए
यदि आप चिंतित व मानसिक तनाव से त्रस्त हैं, तब भी टहलिये। इस समय आप अनुमानतया धीरे चलेंगे। धीरे ही सही। अधिक समय तक आप धीरे नहीं चल सकेंगे। चलने से आपमें जो स्फूर्ति आएगी, वह आपको तेज चलने के लिए बाध्य करेगी। आपके विचारों में भी परिवर्तन आएगा और वह रचनात्मक और आशावादी होंगे। आप में नए सिरे से आत्म-विश्वास आएगा और स्थितियों से जूझने की इच्छा शक्ति भी जगेगी।
यदि आप थके हुए हैं तो भी टहलिये। टहलने से आप थकेंगे नहीं, बल्कि ऐसा करने से आपकी थकान दूर होगी।
हर स्थिति में, हर समय टहल सकते है। टहलने से हर बार आपको लाभ ही होगा, नुकसान नहीं। खाना खाने के बाद तो आप नियमित रूप से टहलने की आदत बनाइए। इससे खाना आसानी से पच सकेगा।

आरामदायक जूते पहनें
टहलने के वास्ते आप ऐसे जूते पहनें, जो न बहुत ढीले हों और न ही बहुत ज्यादा तंग। आपके पैरों को अपनी क्रिया में अवरोध न हो, इसका अवश्य ख्याल रखिये। जूतों की ऐडियां साधारण ही ऊंची हों, अधिक नहीं क्योंकि प्रकृति ने मनुष्य की ऐडियों को आवश्यकतानुसार ही ऊंची बनाई हैं। आराम से चलिए किन्तु इस बात का अवश्य ध्यान रखियेगा कि आपकी ठुड्डी ऊपर की ओर हो, नीचे झुकी हुई नहीं।
वजन घटाता है टहलना Walk
चलने के अनगिनत फायदे हैं। टहलने से आपका वजन घट सकता है क्योंकि एक किलोमीटर चलने पर एक सौ कैलोरी खर्च होती है। टहलने से मधुमेह और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। टहलना पीठ-दर्द के शिकार लोगों के लिए भी बेहद अच्छा है।

गर्भवती महिलाओं के लिए श्रेष्ठ व्यायाम
विभिन्न वैज्ञानिक शोधाँ ने प्रमाणित किया है कि गर्भवती महिलाओं के लिए टहलना एक सर्वश्रेष्ठ व्यायाम है। जो गर्भवती महिलाएं नियमित रूप से टहलती हैं, उन्हें प्रसव के समय अधिक कष्ट नहीं होता और नवजात शिशु भी स्वस्थ व निरोग रहता हैं।
टहलने Walk की आदत बनाइये
टहलने के इतने सारे लाभों को देखते हुए टहलने की आदत बनाइए | प्रयास करें कि अधिक से अधिक पैदल चल सकें। साइकिल, मोटर साइकिल, स्कूटर या कार अथवा किसी अन्य वाहन पर आश्रित न रहकर अपने पैरो पर भरोसा करें। हां, टहलना शुरू करने के लिए पहले दो या तीन किलोमीटर चलें, फिर दूरी क्रमशः बढाएं। टहलने के समय तनाव व चिंताओं को परे रखें अन्यथा टहलने का लाभ जाता रहेगा। एक अंग्रेज लेखक का कहना है कि जीवन में विशुद्ध आनन्द केवल दो ही हैं – पढ़ना और टहलना। इसलिए नियमित रूप से टहलिये। आप निश्चित रूप से स्वस्थ व प्रसन्न रह सकेंगे।