लालच का फल | lalach ka fal 2
विवेकी और दयालु राजा एक था राजा। विवेकी और दयालु। प्रजा को प्राणों के समान प्यार करता था। धर्म-कर्म के कामों में भी जी खोलकर सहायता देता था। देवता भी … Read More
जिंदगी टुडे – Zindagi Today – Hindi me jankari ka khajana
जिंदगी के इंद्रधनुषी रंग
विवेकी और दयालु राजा एक था राजा। विवेकी और दयालु। प्रजा को प्राणों के समान प्यार करता था। धर्म-कर्म के कामों में भी जी खोलकर सहायता देता था। देवता भी … Read More
बात जरा पुराने जमाने की है। एक बार दो व्यक्ति तीर्थयात्रा के लिए जा रहेथे। रास्ते में सांझ हो गई। उन्हें भूख लग आई थी, इसलिए वह एक पेड़ की … Read More
फिल्म खत्म हो चुकी थी। हाॅल के भीतर की बत्तियां जल उठीं। दरवाजे खुल गये। मैंने बस्ते को कंधे पर लटकाया और सिर झुकाये दरवाजे की ओर खिसकने लगा।हाॅल में … Read More
बहुत साल गुजर गये, सात समुद्रों और शीशे की पहाड़ियों के उस पार टूटे-फूटे तंदूर की दीवार के पीछे एक बहुत बूढ़ी औरत रहती थी। वह पहाड़ियों से भी ज्यादा … Read More
बहुत दिन हुए, जापान में चियांग चिंग नामक एक राजा राज्य करता था, राजा कुछ सनकी था, सो वह अपने राज्य में अक्सर कुछ अजीब प्रतियोगिताएं करवाया करता था। ऐसे … Read More
बहुत पहले केरल में नाम्पी नामक एक मशहूर वैद्य रहा करता था। नाम्पी अंधविश्वासों और रूढ़ियों से मुक्त एक सुलझे हुए विचारों का समझदार वैद्य था। वैद्यक नाम्पी का पुश्तैनी … Read More
बहुत दिनों की बात है। घोर तपस्या के कारण बुलबुल को मनुष्य की बोली बोलने का वरदान मिला। बुलबुल ने रास्ते में जाते आदमी से पूछा – ‘‘ कहो, कैसे … Read More
बचपन उम्र का वह निहायत खूबसूरत हिस्सा है, जिसे हर कोई बार-बार और हमेशा-हमेशा पाना चाहेगा। तितलियों के पीछे भागने की मासूम दीवानगी हो या गुब्बारे में बैठकर आसमान में … Read More
गंगा के किनारे दो आश्रम थे। दोनो ही आश्रमों में विद्यार्थी दूर-दूर से पढ़ने आते थे। एक के स्वामी थे शंख और दूसरे के लिखित। दोनों भाई ही थे। शंख … Read More
बैंगदाद शहर में एक लालची सौदागर रहता था। उसका नाम अबू कासिम तंबूरीथा। यद्यपि वह धनी और मालदार था, फिर भी उसके कपड़े फटे-चिथड़े और गंदे रहते।उसके बारे में सभी … Read More